शनिवार, ९ मे, २०२०

मैं एक छोटी बच्ची हू

मैं एक छोटी बच्ची हू,
माँ के गोद मे सोती हू
और लग जाए डर कभी
तो उसे लिपटके रोती हू
जब वो अपने हाथोसे
आसू पोछके चुमती है
डर जाता है भाग कही
और, मैं फिरसे हसती हू
माँ के हाथों मे जादू है
वो प्यार बटोरे फिरती है
दुनियामे सबसे निराली है
मा मुझको सबसे प्यारी है

(भाचीसाठी लिहिलेली बालकविता)

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